tag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post256866691146108055..comments2024-03-27T19:28:26.722+05:30Comments on लम्हों का सफ़र: 152. एक राह और एक प्याली / ek raah aur ek pyaaliडॉ. जेन्नी शबनमhttp://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-56684637160410191132010-07-13T15:16:40.783+05:302010-07-13T15:16:40.783+05:30wowwwwww
exceelent
baat to gahri hai
"क...wowwwwww <br /><br />exceelent <br /><br />baat to gahri hai <br /><br />"कह भी नहीं सकते कि <br />इस बार आओ तो साथ हीं चलेंगे,निर्झर'नीरhttps://www.blogger.com/profile/16846440327325263080noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-2300569784710607172010-07-13T12:19:29.980+05:302010-07-13T12:19:29.980+05:30बहुत गहरी बात कह दी।बहुत गहरी बात कह दी।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-3824531626742987792010-07-07T17:06:45.851+05:302010-07-07T17:06:45.851+05:30कह भी नहीं सकते कि
इस बार आओ तो साथ हीं चलेंगे,
त...कह भी नहीं सकते कि <br />इस बार आओ तो साथ हीं चलेंगे,<br />तोड़ देंगे अपनी चुप्पी और दूसरी प्याली<br />रहेगी एक राह और एक प्याली !<br /><br />बहुत ही गहरी बात....<br />मिलने और बिछडने के बीच होते झंझावात,<br />सहजता से करके आत्मसात <br />प्रस्तुति सुन्दर,शब्दों और भावों की करामात...<br /><br /><br />शुभकामनाएं....ज्योत्स्ना पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/14491409510866077940noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-79358045959679925472010-07-07T12:55:34.978+05:302010-07-07T12:55:34.978+05:30हौले से उठाते हम
अपनी अपनी प्याली,
कहीं शब्द तोड़ ...हौले से उठाते हम<br />अपनी अपनी प्याली,<br />कहीं शब्द तोड़ न दे प्याली <br />या फिर गर्म न हो जाए ज़िन्दगी, <br />जकड़ न ले हमें हमारे रिश्ते<br />पनपने भी न देते कभी मुस्कान !<br /><br /><br />mujhe bhi ye panktiyan, dil ko chhoo gayee........:)<br /><br />bahut pyari rachna hai aapki.....<br />coffee ki do pyali ke saath kaise aapne do logo ko jora hai......srahniya........:)मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-30996000168654772452010-07-07T10:47:43.041+05:302010-07-07T10:47:43.041+05:30दिल कि गहराई में उतर गयी यह रचना...
हौले से उठाते...दिल कि गहराई में उतर गयी यह रचना...<br /><br />हौले से उठाते हम<br />अपनी अपनी प्याली,<br />कहीं शब्द तोड़ न दे प्याली <br />या फिर गर्म न हो जाए ज़िन्दगी, <br />जकड़ न ले हमें हमारे रिश्ते<br />पनपने भी न देते कभी मुस्कान !<br /><br />यह पंक्तियाँ विशेष पसंद आयींसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-52312974513419468222010-07-07T08:58:17.935+05:302010-07-07T08:58:17.935+05:30हाथ थाम चल दिए
कॉफ़ी के प्याले भी बदल लिए,
पर नहीं...हाथ थाम चल दिए<br />कॉफ़ी के प्याले भी बदल लिए,<br />पर नहीं बदल सके फितरत,<br />और हाथ छुड़ा चल देते <br />दो अलग अलग दिशाओं में !<br />जानते तो हैं कि फिर मिलना है<br />ऐसे हीं चुप्पी को समझना है,<br />दो कॉफ़ी के प्याले<br />बदलना भी है और पीना भी है !<br />bahut hi badhiyaa....रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-2239396408966239732010-07-07T00:26:05.993+05:302010-07-07T00:26:05.993+05:30छोड़ कर जाते हुए
आँखें अब नम न होंगी,
न ठहरी रहेगी ...छोड़ कर जाते हुए<br />आँखें अब नम न होंगी,<br />न ठहरी रहेगी उसी मोड़ पर<br />जहाँ से हमारे रास्ते<br />बदलते हैं हमेशा ! <br /><br />wov! excellent writting, very touchy also, mazaa aa gaya aur kaafee kuchh beeta yaad aa gaya. thanksmai... ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/06401132634460924460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-49598637951381122442010-07-06T21:46:48.357+05:302010-07-06T21:46:48.357+05:30कह भी नहीं सकते कि
"कह भी नहीं सकते कि
इस बा...कह भी नहीं सकते कि<br />"कह भी नहीं सकते कि <br />इस बार आओ तो साथ हीं चलेंगे,<br />तोड़ देंगे अपनी चुप्पी और दूसरी प्याली<br />रहेगी एक राह और एक प्याली !<br />छोड़ कर जाते हुए<br />आँखें अब नम न होंगी,<br />न ठहरी रहेगी उसी मोड़ पर<br />जहाँ से हमारे रास्ते<br />बदलते हैं हमेशा!"<br /><br />यही होना भी चाहिए - सार्थक और प्रेरक रचनाAnonymousnoreply@blogger.com