tag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post3657621579567549660..comments2024-03-27T19:28:26.722+05:30Comments on लम्हों का सफ़र: 324. अकेले से लगे तुमडॉ. जेन्नी शबनमhttp://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-19675995584565799542012-02-23T22:38:30.854+05:302012-02-23T22:38:30.854+05:30खूबसूरत भावपूर्ण रचना, बधाईखूबसूरत भावपूर्ण रचना, बधाईAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-61008962032097729502012-02-22T13:05:04.923+05:302012-02-22T13:05:04.923+05:30परमात्मा आज कल
सबके साथ नहीं
कम से कम उनके तो बिल्...परमात्मा आज कल<br />सबके साथ नहीं<br />कम से कम उनके तो बिल्कुल नहीं<br />जो तुम्हारी तरह आम हैं !<br />भगवान से शब्दों के माध्यम से रोष व्यक्त करने में सफल रचना |Minakshi Panthttps://www.blogger.com/profile/07088702730002373736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-22590655849338640952012-02-21T13:27:04.761+05:302012-02-21T13:27:04.761+05:30परमात्मा सबके साथ नहीं ... क्या ये सच है ... शायद ...परमात्मा सबके साथ नहीं ... क्या ये सच है ... शायद इसी बात पे बहस चलती रहती है इंसान के मन में ... आम आदमी के मन में ...<br />गहरे भाव ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-64695534460637293442012-02-20T19:24:27.801+05:302012-02-20T19:24:27.801+05:30बहुत ही सुन्दर ,बेहतरीन प्रस्तुति..बहुत ही सुन्दर ,बेहतरीन प्रस्तुति..Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-84321088440087588962012-02-18T23:52:22.528+05:302012-02-18T23:52:22.528+05:30वाह!!!!!भावपूर्ण अच्छी अभिव्यक्ति,सराहनीय प्रस्तुत...वाह!!!!!भावपूर्ण अच्छी अभिव्यक्ति,सराहनीय प्रस्तुति,..<br /> <br />MY NEW POST <a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/02/blog-post_18.html" rel="nofollow">...सम्बोधन...</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-44904253310859229422012-02-18T18:14:19.544+05:302012-02-18T18:14:19.544+05:30wah, kya baat hai!wah, kya baat hai!Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-8042188715245268972012-02-18T12:20:08.240+05:302012-02-18T12:20:08.240+05:30बहुत ही सुन्दर
बेहतरीन रचना...:-)बहुत ही सुन्दर <br />बेहतरीन रचना...:-)मेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-77061668784135436122012-02-18T12:15:36.927+05:302012-02-18T12:15:36.927+05:30अच्छी प्रस्तुति ॥अच्छी प्रस्तुति ॥संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-25038125078417788862012-02-17T21:33:52.421+05:302012-02-17T21:33:52.421+05:30साजिशों को विफल करने के प्रयास में
ख़ुद साजिश में ...साजिशों को विफल करने के प्रयास में<br />ख़ुद साजिश में उलझते <br />आज बहुत अकेले से लगे तुम,<br />तुमको कटघरे में देखना<br />दुर्भाग्य पूर्ण है....<br /><br />एक आम आदमी की लड़ाई । बहुत प्रभावशाली रचनारजनीश तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/10545458923376138675noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-33518793688554788372012-02-17T18:55:18.380+05:302012-02-17T18:55:18.380+05:30मेहनत कश और अनुशासित की यही कहानी होती है ,, जेन्न...मेहनत कश और अनुशासित की यही कहानी होती है ,, जेन्नी जी ! बहुत ही कारुणिक और उम्मदा प्रस्तुति !G.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-18860746106486612772012-02-17T17:44:09.932+05:302012-02-17T17:44:09.932+05:30बहुत उम्दा
छल कपट से जीने वालों की
चल रही
ईमानदा...बहुत उम्दा<br />छल कपट से जीने वालों की <br />चल रही <br />ईमानदारी अकेले सिसक रही हैNirantarhttps://www.blogger.com/profile/02201853226412496906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-17857736216286069832012-02-17T16:45:37.075+05:302012-02-17T16:45:37.075+05:30तुमको कटघरे में देखना
दुर्भाग्य पूर्ण है
पर सदैव त...तुमको कटघरे में देखना<br />दुर्भाग्य पूर्ण है<br />पर सदैव तुम कटघरे में खड़े कर दिए जाते हो<br />उन सब के लिए <br />जो तुम्हारे हिसाब से जायज़ था, <br /><br />सुन्दर रचना.Rajputhttps://www.blogger.com/profile/08136572133212539916noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-39750120430669321372012-02-17T15:00:12.586+05:302012-02-17T15:00:12.586+05:30परमात्मा आज कल
सबके साथ नहीं
कम से कम उनके तो बिल्...परमात्मा आज कल<br />सबके साथ नहीं<br />कम से कम उनके तो बिल्कुल नहीं<br />जो तुम्हारी तरह आम हैं !<br />बहुत सही कहा है आपने ...सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-34983651110158161252012-02-17T13:29:14.387+05:302012-02-17T13:29:14.387+05:30कल 18/02/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल प...<i><b> कल 18/02/2012 को आपकी यह पोस्ट <a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.in" rel="nofollow"> नयी पुरानी हलचल </a> पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .<br />धन्यवाद! </b></i>Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-12902175141540506262012-02-17T12:32:43.696+05:302012-02-17T12:32:43.696+05:30सहन शक्ति प्रदत रचना !
बहुत सुन्दर हमेशा की तरह !
...सहन शक्ति प्रदत रचना !<br />बहुत सुन्दर हमेशा की तरह !<br />आभार !Jeevan Pushphttps://www.blogger.com/profile/15866178821083740220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-803426747746347732012-02-17T09:20:38.596+05:302012-02-17T09:20:38.596+05:30जिसे तुम अपने पक्ष में मानते हो
वो ही तुम्हारे खिल...जिसे तुम अपने पक्ष में मानते हो<br />वो ही तुम्हारे खिलाफ़ गवाही देते हैं <br />और सबूत भी रचते हैं,... लेकिन तुम झूठ के सुख में अकेले हो गए होरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-18708169752636749852012-02-17T09:17:35.332+05:302012-02-17T09:17:35.332+05:30एक आम भावुक की व्यथा को साकार करती हुई बेहतरीन रचन...एक आम भावुक की व्यथा को साकार करती हुई बेहतरीन रचना...अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-27867033997809198262012-02-17T09:02:18.317+05:302012-02-17T09:02:18.317+05:30कम से कम उनके तो बिल्कुल नहीं
जो तुम्हारी तरह आम ह...कम से कम उनके तो बिल्कुल नहीं<br />जो तुम्हारी तरह आम हैं !<br /><br />सच कहा आपने... सुन्दर रचना....<br />सादरS.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-64549902338057785692012-02-17T08:54:59.664+05:302012-02-17T08:54:59.664+05:30सही गलत का निर्धारण
जाने कौन करे
परमात्मा आज कल
सब...सही गलत का निर्धारण<br />जाने कौन करे<br />परमात्मा आज कल<br />सबके साथ नहीं<br />कम से कम उनके तो बिल्कुल नहीं<br />जो तुम्हारी तरह आम हैं !<br /><br />सच है....वक्त की मार जब पड़ती है तो ऐसे ही जज़्बात उभरते है..<br /><br />बेहतरीन लेखन..<br />सादर.vidyahttps://www.blogger.com/profile/07319211419560198769noreply@blogger.com