tag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post7111990855318386249..comments2024-03-27T19:28:26.722+05:30Comments on लम्हों का सफ़र: 354. जीवन शास्त्रडॉ. जेन्नी शबनमhttp://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-7578697300676006422012-08-27T05:18:04.354+05:302012-08-27T05:18:04.354+05:30गहन, दार्शनिक.
बहुत आभार इस कविता के लिए...
सादर
म...गहन, दार्शनिक.<br />बहुत आभार इस कविता के लिए...<br />सादर<br />मधुरेश <br />Madhureshhttps://www.blogger.com/profile/03058083203178649339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-51250159921258597212012-07-15T01:12:18.024+05:302012-07-15T01:12:18.024+05:30बहुत खूब..बहुत खूब..Mahi Shttps://www.blogger.com/profile/16742224478901211954noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-37454873639838077392012-07-14T13:30:01.454+05:302012-07-14T13:30:01.454+05:30अब मैं स्थिर और मौन हूँ
मुझमें कोई रासायनिक परिवर्...अब मैं स्थिर और मौन हूँ<br />मुझमें कोई रासायनिक परिवर्तन नहीं<br />और न गतिशील हूँ, <br />सुना है <br />अब मैं सभ्य-सुसंस्कृत हो गई हूँ <br />Behad gahree tatha sahee baat kahee aapne....inhee halaat se guzar rahee hun...maun ho gayee hun...kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-36702076372027528642012-07-14T13:23:51.185+05:302012-07-14T13:23:51.185+05:30बहूत सुंदर जेन्नी जी ...बहूत सुंदर जेन्नी जी ...Harash Mahajanhttps://www.blogger.com/profile/17431155483774376440noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-68068530258815309292012-07-13T23:06:30.324+05:302012-07-13T23:06:30.324+05:30भौतिक, रासायनिक और सामाजिक शास्त्र
जीवन शास्त्र न...भौतिक, रासायनिक और सामाजिक शास्त्र <br />जीवन शास्त्र नहीं ....<br /><br /><br />बहुत खूब..Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-2461185176796006922012-07-13T20:42:32.593+05:302012-07-13T20:42:32.593+05:30बहुत सुंदर कविता ..मेरा परिवर्तन जिन्दगी क्यों नही...बहुत सुंदर कविता ..मेरा परिवर्तन जिन्दगी क्यों नहीं था?<br />अब मैं स्थिर और मौन हूँ,अब मैं सभ्य-सुसंस्कृत हो गई हूँ <br />सम्पूर्णता से जिन्दगी को भोग रही हूँ <br />गुरुओं का मान रखा है,<br />ये पंक्तियाँ दिल को छू गयीRADHIKAhttps://www.blogger.com/profile/00417975651003884913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-2091060941861988052012-07-13T15:02:16.219+05:302012-07-13T15:02:16.219+05:30अच्छी रचना
बहुत सुंदरअच्छी रचना<br />बहुत सुंदरमहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-62700722147159509052012-07-13T11:47:30.026+05:302012-07-13T11:47:30.026+05:30ये शब्द शब्द परिवर्तित ज़िन्दगी के ही पड़ाव हैंये शब्द शब्द परिवर्तित ज़िन्दगी के ही पड़ाव हैंरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-29871754935123467822012-07-13T09:55:06.314+05:302012-07-13T09:55:06.314+05:30परिवर्तन ही ज़िन्दगी, आयेंगे बदलाव।
अनुभव के पश्चा...परिवर्तन ही ज़िन्दगी, आयेंगे बदलाव।<br />अनुभव के पश्चात ही, आता है ठहराव।।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-75195041879710950902012-07-12T23:25:48.648+05:302012-07-12T23:25:48.648+05:30बढ़िया भाव...बढ़िया भाव...लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-8257701875826935822012-07-12T20:21:40.599+05:302012-07-12T20:21:40.599+05:30भौतिक, रासायनिक और सामाजिक शास्त्र
जीवन शास्त्र न...भौतिक, रासायनिक और सामाजिक शास्त्र <br />जीवन शास्त्र नहीं ....<br /><br />सच कहा... सार्थक विवेचन... <br />सादर.S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-34617565123912296312012-07-12T19:04:43.032+05:302012-07-12T19:04:43.032+05:30भौतिक-रसायन से अलग ही है जीवन का शास्त्र ...सुंदर ...भौतिक-रसायन से अलग ही है जीवन का शास्त्र ...सुंदर रचनारजनीश तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/10545458923376138675noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-87437048649938390702012-07-12T15:11:37.732+05:302012-07-12T15:11:37.732+05:30JENNY I , AAPKO PADHNAA MUJHE HAMESHA
ACHCHHAA LAG...JENNY I , AAPKO PADHNAA MUJHE HAMESHA<br />ACHCHHAA LAGTA HAI . AAPKEE KAVITA <br />` JEEWAN SHASTR ` PADH GYAA HUN . <br />SACHMUCH JEEWAN MEIN KABHEE - KABHEE<br />AESAA BHEE MAHSOOS HOTAA HAI JAESAA<br />AAPNE KAHAA HAI -<br /><br />AB MAIN SABHYA-SUSANSKRIT HO GYEE HUN<br />SAMPOORNTA MEIN ZINDGI KO BHOG RAHI HUNPRAN SHARMAnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-22201476019696196132012-07-12T15:09:52.692+05:302012-07-12T15:09:52.692+05:30ये निर्वाण की स्थिति भी तो पूर्णता की स्थिति है .....ये निर्वाण की स्थिति भी तो पूर्णता की स्थिति है ... जीवन की क्रियाशीलता भी तो इसी स्थिति कों पाने के लिए ही है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-65361575912777967552012-07-12T13:28:17.140+05:302012-07-12T13:28:17.140+05:30मेरा परिवर्तन जिन्दगी क्यों नहीं था?
अब मैं स्थिर ...मेरा परिवर्तन जिन्दगी क्यों नहीं था?<br />अब मैं स्थिर और मौन हूँ<br />मुझमें कोई रासायनिक परिवर्तन नहीं<br />और न गतिशील हूँ, <br /><br />बहुत भावपूर्ण सुंदर प्रस्तुति,,,,<br /><br />RECENT POST<a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/07/blog-post_11.html#comment-form" rel="nofollow">...: राजनीति,तेरे रूप अनेक,...</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-20456823391027605132012-07-12T12:14:12.718+05:302012-07-12T12:14:12.718+05:30आपकी प्रस्तुति का असर ।
बनी है शुक्रवार की खबर ।
...आपकी प्रस्तुति का असर ।<br /><br />बनी है शुक्रवार की खबर ।<br /><br /> उत्कृष्ट प्रस्तुति <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">चर्चा मंच</a> पर ।।<br /><br />आइये-<br /><br />सादर ।।रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-12793585734305595452012-07-12T08:20:05.781+05:302012-07-12T08:20:05.781+05:30अब मैं स्थिर और मौन हूँ मुझमें कोई रासायनिक परिवर्...अब मैं स्थिर और मौन हूँ मुझमें कोई रासायनिक परिवर्तन नहीं और न गतिशील हूँ,<br /><br />प्रश्न है कि 'मैं' कौन हूँ ?<br /><br />क्या मैं शरीर हूँ जिसमें हर क्षण भौतिक <br />और रासायनिक परिवर्तन हो रहें हैं,जो <br />बचपन से बुढापे की ओर निरंतर अग्रसर <br />होता हुआ एक दिन मृत हो जाने वाला है.<br /><br />क्या मैं मन हूँ,जिसमें भाव समुन्द्र हिलोरे <br />ले रहा है.<br /><br />या मैं 'विचार' करने वाली बुद्धि हूँ.<br /><br />या शरीर,मन और बुद्धि से परे मैं स्थिर,<br />मौन,और शांत सत्ता हूँ जो अपनी बुद्धि,<br />मन ,और शरीर में हो रहे परिवर्तनों का दृष्टा <br />बन जीवन शास्त्र की रचना में रत हूँ.<br /><br />आपकी प्रस्तुति दार्शनिक और अध्यात्मिक रूप से गहन और विचारणीय है.<br /><br />बहुत बहुत आभार,जेन्नी जी.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-40719309993876585162012-07-12T07:28:01.935+05:302012-07-12T07:28:01.935+05:30वाह...
बहुत खूब..
अनुवाह...<br />बहुत खूब..<br /><br />अनुANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-3214218589293354532012-07-12T07:22:01.956+05:302012-07-12T07:22:01.956+05:30गहन ...सुंदर अभिव्यक्ति ...बहुत अच्छी लगी रचना ......गहन ...सुंदर अभिव्यक्ति ...बहुत अच्छी लगी रचना ...!!<br />शुभकामनायें.Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.com