tag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post8362995062976502719..comments2024-03-27T19:28:26.722+05:30Comments on लम्हों का सफ़र: 261. विजयी हो पुत्र (पुस्तक - 52)डॉ. जेन्नी शबनमhttp://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-10874942714608452822016-08-06T22:47:52.039+05:302016-08-06T22:47:52.039+05:30बेटे के मार्गदर्शन के लिए इस से बेहतर शब्द नहीं हो...बेटे के मार्गदर्शन के लिए इस से बेहतर शब्द नहीं हो सकते...बहुत सटीक अभिव्यक्ति.. जेन्नी... बहुत बहुत बधाईMadhu Ranihttps://www.blogger.com/profile/07492367829733656343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-80338092383228304172016-08-06T22:37:09.630+05:302016-08-06T22:37:09.630+05:30मेरी पट्टी नितांत अकेले में खुलेगी....वाह क्या पंक...मेरी पट्टी नितांत अकेले में खुलेगी....वाह क्या पंक्ती है...पूरी कविता बेटे के मार्गदर्शन के लिए काफी है..,अतिउत्तमMadhu Ranihttps://www.blogger.com/profile/07492367829733656343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-22181486627488685792016-08-06T21:05:35.427+05:302016-08-06T21:05:35.427+05:30आपको पढना अपने आप को पढ़ना और पाना है !गहन और प्र...आपको पढना अपने आप को पढ़ना और पाना है !गहन और प्रखर अभिव्यक्ति जेन्नी जी !! Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-54680056992181000862011-12-15T11:32:29.229+05:302011-12-15T11:32:29.229+05:30भले हीं तुम धर्म पर चलो
नैतिकता पर चलो,
तुम्हें अक...भले हीं तुम धर्म पर चलो<br />नैतिकता पर चलो,<br />तुम्हें अकेले लड़ना है<br />और सिर्फ जीतना है|<br />मेरी पट्टी नितांत अकेले में खुलेगी<br />जब तुम स्वयं को अकेला पाओगे<br />दुनिया से हारे<br />अपनों से थके,<br />मेरी संवेदना<br />प्रेम<br />विश्वास<br />शक्ति<br />तुममें प्रवाहित होगी<br />और तुम जीवन-युद्ध में डटे रहोगे<br />जो तुम्हें किसी के विरुद्ध नहीं<br />बल्कि<br />स्वयं को स्थापित करने केलिए करना है|<br />.....<br />वाह जेन्नी जी वाह !<br />मुझे तो लगा की आप माँ भी और कृष्ण भी आखिर इससे अच्छा सारथी और कहाँ होगा ..हो सकता है आप सारे युद्ध में इस पद पर न रह पाओ ...मगर अभी हो आप !आनंदhttps://www.blogger.com/profile/06563691497895539693noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-16463705413161748482011-12-14T23:11:31.336+05:302011-12-14T23:11:31.336+05:30aap sabhi ka shukriya, yahan tak aane ke liye aur ...aap sabhi ka shukriya, yahan tak aane ke liye aur mere bete ko aashish dene ke liye.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-87373064255164826992011-12-14T15:05:24.658+05:302011-12-14T15:05:24.658+05:30अद्भुत रचना....गहन चिंतन और उत्कृष्ट शिक्षा...
अभि...अद्भुत रचना....गहन चिंतन और उत्कृष्ट शिक्षा...<br />अभिज्ञान को बधाइयां और शुभकामनाएं...<br />सादर....S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-55084231287526242352011-12-14T13:30:00.935+05:302011-12-14T13:30:00.935+05:30जेन्नी जी ! ब्लांक बुलेटिन मे आप की यह पोस्ट पढ़ी....जेन्नी जी ! ब्लांक बुलेटिन मे आप की यह पोस्ट पढ़ी..बेटे के जन्म दिन में बहुत सुन्दर भाव संजोये हैं.बेटे के लिए माँ की तरफ से इससे अच्छा उपहार और क्या होसकता है..? बहुत बहुत बधाई..Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-6826406388511879452011-12-14T11:21:55.600+05:302011-12-14T11:21:55.600+05:30ये होती है सच्ची शिक्षा……………आज ऐसी मांओ की जरूरत ह...ये होती है सच्ची शिक्षा……………आज ऐसी मांओ की जरूरत है और ऐसी ही शिक्षा की भी।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-11872762491036486782011-12-14T11:16:41.893+05:302011-12-14T11:16:41.893+05:30बहुत ही अच्छा आशीर्वाद दिया है भैया को।
सादरबहुत ही अच्छा आशीर्वाद दिया है भैया को। <br /><br />सादरYashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-52288195414246855072011-07-04T20:57:47.918+05:302011-07-04T20:57:47.918+05:30ek ma ki taraf se bahut sunder ashirvad
merei tar...ek ma ki taraf se bahut sunder ashirvad <br />merei taraf se bhi abhigyan ko bahut bahut shubhkamnaye .bhagvan usko lambiumr de<br />rachanaRachanahttps://www.blogger.com/profile/15249225250149760362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-89479976829899811612011-07-03T09:51:39.803+05:302011-07-03T09:51:39.803+05:30अभिज्ञान को जन्मदिन पर बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!अभिज्ञान को जन्मदिन पर बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-51740219677923694002011-07-03T08:26:57.198+05:302011-07-03T08:26:57.198+05:30behtreen abhivakti..,..behtreen abhivakti..,..विभूति"https://www.blogger.com/profile/11649118618261078185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-36198632041523575512011-07-03T00:16:11.368+05:302011-07-03T00:16:11.368+05:30यथार्थ से परिपूर्ण मार्गदर्शन कराती रचना.
अभिज्ञान...यथार्थ से परिपूर्ण मार्गदर्शन कराती रचना.<br />अभिज्ञान को हमारी तरफ से ढ़ेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं. <br /><br />साभार<br />फणि राजFani Raj Mani CHANDANhttps://www.blogger.com/profile/02294284245451447696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-63027840490308112892011-07-02T23:24:33.577+05:302011-07-02T23:24:33.577+05:30जेन्नी शबनम जी , पुत्र के जन्म दिन के अवसर पर ये आ...जेन्नी शबनम जी , पुत्र के जन्म दिन के अवसर पर ये आपकी भावनाएँ ही सच्ची दीक्षा है , जो सन्मार्ग पर ले जाएँगी- "मेरे पुत्र !<br />तुम्हारा युद्ध<br />धर्म का है<br />जीवन के सच का है<br />अंतर्द्वंद का है<br />स्वयं के अस्तित्व का है" जो सही रस्ते पर होते हैं , वे प्राय: अकेले पड़ जाते हैं और यही संघर्ष उनमें शक्ति का संचार करता है। आपका यह कथन नितान्त समीचीन है- "भले हीं तुम धर्म पर चलो<br />नैतिकता पर चलो,<br />तुम्हें अकेले लड़ना है<br />और सिर्फ जीतना है|" इन पंक्तियों मेंजो ओज का स्वर है , वह सचमुच अनुकरणीय है । आपकी यह कविता , कविता मात्र नही, आपके एक-एक स्पन्दन का जीता-जागता संगीत है ,आत्मा के पावन रस से अभिषिक्त । इस तरह की कविता पढ़कर मैं श्रद्धानत हूँ। आज के दिन कामना करता हूँ कि आपकी यह लेखनी देशकाल की सीमाओं से परे तक अपनी ऊर्जा बिखेरती रहे । जीवन के सारे सुख आपको मिलें !सहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-19782115458404341822011-07-02T22:32:07.178+05:302011-07-02T22:32:07.178+05:30मेरी ओर से अभिज्ञान को कोटिश: बधाई ।इनका जीवन फूलो...मेरी ओर से अभिज्ञान को कोटिश: बधाई ।इनका जीवन फूलो/न सा महके/आँगन की चिड़िया-सा चहकेसहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-941368191677051152011-07-02T22:09:25.336+05:302011-07-02T22:09:25.336+05:30समाज से जूझने के लिए इससे अच्छा आशीर्वाद हो ही नही...समाज से जूझने के लिए इससे अच्छा आशीर्वाद हो ही नहीं सकता जेन्नी जी , हमारी भी दुआएं और आशीर्वाद आपके बेटे को शक्ति और साहस से भर दें. इन्ही कामनाओं के साथ बेहतरीन कविता के लिए बधाई.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.com