tag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post1172760976168120960..comments2024-03-27T19:28:26.722+05:30Comments on लम्हों का सफ़र: 486. धृष्टताडॉ. जेन्नी शबनमhttp://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-55796977482958866292015-04-03T14:25:47.169+05:302015-04-03T14:25:47.169+05:30आपकी सुन्दर रचना पढ़ी, सुन्दर भावाभिव्यक्ति , शुभक...आपकी सुन्दर रचना पढ़ी, सुन्दर भावाभिव्यक्ति , शुभकामनाएं.संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-63363847031454516162015-03-01T21:35:30.542+05:302015-03-01T21:35:30.542+05:30भाव प्रबल ...बहते हुए भाव प्रेम की प्रखरता को प्रब...भाव प्रबल ...बहते हुए भाव प्रेम की प्रखरता को प्रबलता दे रहे हैं ...बहुत सुंदर !!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-18857219917471331572015-03-01T11:55:43.267+05:302015-03-01T11:55:43.267+05:30बहुत खूब ... प्रेम बचा रहता है जब तक सही पात्र नही...बहुत खूब ... प्रेम बचा रहता है जब तक सही पात्र नहीं मिलता ... बहुत खूब ... गज़ब का ख्याल है इस् रचना में ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-51196504097056356112015-02-27T22:01:28.664+05:302015-02-27T22:01:28.664+05:30प्रेम की कोमल भावनाओं से लवरेज सुन्दर रचना ... !!प्रेम की कोमल भावनाओं से लवरेज सुन्दर रचना ... !!shalini rastogihttps://www.blogger.com/profile/07268565664101777300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-48163188813796515632015-02-27T21:22:14.997+05:302015-02-27T21:22:14.997+05:30बहुत खूब !! मंगलकामनाएं आपको !!बहुत खूब !! मंगलकामनाएं आपको !!Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-33874953758293675232015-02-27T18:08:33.949+05:302015-02-27T18:08:33.949+05:30सार्थक प्रस्तुति।
--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा क...सार्थक प्रस्तुति।<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (28-02-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "फाग वेदना..." (चर्चा अंक-1903) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-38822486623234804822015-02-27T15:04:13.917+05:302015-02-27T15:04:13.917+05:30धृष्टता -कविता प्रेम की संवेदना के अनोखे और अटूट...धृष्टता -कविता प्रेम की संवेदना के अनोखे और अटूट सम्बन्ध -सूत्र एक के बाद एक प्रस्तुत करती है । यह कविता कहीं उद्वेलित करती है, कहीं भावविभोर करती है और मुझ जैसे काव्य-प्रेमी पाठक को अनुभव कराती है कि प्रेम का संसार बहुत व्यापक है, जितना गहरे उतरो , उतना नया , जितना पान करो उतनी प्यास और जगे। डॉ जेन्नी शबनम की हर कविता गहन और गूढ़ अर्थ सँजोए होती है।rameshwar kambojhttps://www.blogger.com/profile/03515047042323213496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-43840948286247095852015-02-27T01:21:08.285+05:302015-02-27T01:21:08.285+05:30Bhavabhivyakti ke kya hee kahne !Bhavabhivyakti ke kya hee kahne !PRAN SHARMAnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-71292665125540892892015-02-26T23:57:30.458+05:302015-02-26T23:57:30.458+05:30बहुत ही सुंदर शब्द।बहुत ही सुंदर शब्द।कहकशां खानhttp://ourayurvedicmedicine.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-16437171698343465712015-02-26T23:11:03.164+05:302015-02-26T23:11:03.164+05:30बहुत ही सुंदर कविता। धन्यवाद।बहुत ही सुंदर कविता। धन्यवाद।कहकशां खानhttp://saveandinvestyourmoney.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-4550005036341239462015-02-26T22:34:47.137+05:302015-02-26T22:34:47.137+05:30लाज़वाब अहसास और उनकी उत्कृष्ट अभिव्यक्ति..लाज़वाब अहसास और उनकी उत्कृष्ट अभिव्यक्ति..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.com