tag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post885847104790077800..comments2024-03-27T19:28:26.722+05:30Comments on लम्हों का सफ़र: 622. औरत (10 क्षणिका)डॉ. जेन्नी शबनमhttp://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-2406797658015314062019-08-24T16:08:15.537+05:302019-08-24T16:08:15.537+05:30सुन्दर प्रस्तुति सुन्दर प्रस्तुति Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-65054153728173120532019-08-23T11:33:08.726+05:302019-08-23T11:33:08.726+05:30सारी पंक्तिया सीधे दिल को छू जाती है | सारी पंक्तिया सीधे दिल को छू जाती है | प्रियंक वर्माhttps://www.blogger.com/profile/07482133193898294975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-38905271582777331332019-08-23T10:07:56.200+05:302019-08-23T10:07:56.200+05:30जेन्नी शबनम जी, आपकी दसों क्षणिकाएं नारी-शोषण को अ...जेन्नी शबनम जी, आपकी दसों क्षणिकाएं नारी-शोषण को अपना पुश्तैनी हक़ समझने वाले पुरुष-प्रधान समाज पर करारे तमाचों की तरह हैं. ऐसे तमाचे खाकर हम सोचने को मजबूर हो जाते हैं कि हमने क्या इंसाफ़ की देवी की आँखों पर क्या काली पट्टी इसीलिए चढ़ा रक्खी है कि वह हव्वा की बेटियों पर ढाया जाता हुआ ज़ुल्म देखकर गुनाहगार मर्द को सज़ा न दे दे?<br /> गोपेश मोहन जैसवालnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-23238714431120088162019-08-22T19:53:32.869+05:302019-08-22T19:53:32.869+05:30बहुत ही भावपूर्ण और सार्थक क्षणिकाएँ।बहुत ही भावपूर्ण और सार्थक क्षणिकाएँ।Nitish Tiwaryhttps://www.blogger.com/profile/06484230743667707116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-77074005562639350982019-08-22T10:10:19.917+05:302019-08-22T10:10:19.917+05:30वाह! जीवन को शब्दों में परिभाषित करती मोहक रचनाएँ ...वाह! जीवन को शब्दों में परिभाषित करती मोहक रचनाएँ !Neeraj Kumarhttps://www.blogger.com/profile/18211543969289797190noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-57050260942135002682019-08-22T08:21:39.284+05:302019-08-22T08:21:39.284+05:30जीवन का समीकरण
अनुभवों का जोड़
उम्र का घटाव ...जीवन का समीकरण <br />अनुभवों का जोड़ <br />उम्र का घटाव <br />भावनाओं का गुना भाग <br />अंतत: जीवन शून्य।<br />वाह!!!<br />लाजवाब समीकरण है ये....<br />सभी क्षणिकाएं एक से बढ़कर एक है...<br />बहुत ही लाजवाब<br />वाह!!!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1828680321489310423.post-52273671633584035632019-08-21T07:43:28.002+05:302019-08-21T07:43:28.002+05:30सब की सब कमाल हैं और अद्भुत तेवर लिए हुए | बेहतर...सब की सब कमाल हैं और अद्भुत तेवर लिए हुए | बेहतरीन शब्द चयन और संयोजन है आपका अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.com