शुक्रवार, 11 नवंबर 2011

300. अल्फ़ाज़ उगा दूँ (क्षणिका)

अल्फ़ाज़ उगा दूँ

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सोचती हूँ कुछ अल्फ़ाज़ उगा दूँ
तितर-बितरकर हर तरफ़ पसार दूँ
चुक गए हैं मेरे अंतस् से सभी
शायद किसी निर्मोही पल में
उनकी ज़रुरत पड़ जाए। 

- जेन्नी शबनम (11. 11. 2011)
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18 टिप्‍पणियां:

  1. जेन्नी जी, आपकी अल्फाजों की खेती पसंद आई.यदि सकारात्मक और सार्थक अल्फाज बोये जाएँ तो किसी निर्मोही पल में ही नही हर पल ही काम आने वाले हैं जी.

    कबीरदास जी कहते हैं

    टीला टीली ढाहि के, फोरी करै मैदान
    समझ सफा करता चला,सोई शब्द निर्वान

    जो ऊँच-नीच का भेद-भाव मिटाकर और सब
    अहंकारों को फोड-तोड़ कर समता कर देते हैं
    और बुद्धि को सैदेव शुद्ध करते चलते हैं,वे ही
    मोक्षदायी निर्णय शब्द हैं.

    आपकी सुन्दर प्रस्तुति के लिए हार्दिक आभार.

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  2. शब्द विचारों के वाहक हैं। ये तो ज़रूर उगने चाहिए।

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  3. kitna kuch bhar diya is choti si kavita men.....bahut sunder.

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  4. वाह ...बहुत ही बढि़या ...भावमय करते शब्‍द ।

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  5. उगना ही चाहिए उन्हें...
    सुन्दर!

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  6. आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार के चर्चा मंच पर भी की जा रही है! सूचनार्थ!

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  7. गहरे भावों वाली रचना बढ़िया प्रस्तुति समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है

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  8. अल्फ़ाज़ उगाने की बात पर एक बात और महत्त्वपूर्ण ढंग से आपने पेश की है और वह है-
    शायद किसी निर्मोही पल में
    उनकी ज़रुरत पड़ जाए !
    शब्द को शायद इसीलिए ब्रह्म कहा गया है;क्यों हर आड़े वक़्त में अल्फ़ाज़ ही बचाव करते हैं।

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  9. अल्फ़ाज उगा दूं,चुक गये हैं,मेरे अंतस से सभी,उनकी ज़रूरत पड जाय—सुंदर.

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  10. bahut hi khub alfaj likhe hai mam aapne...
    jai hind jai bharat

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  11. अल्फाजों का ऐसा उपवन
    जो महकाता जाए जीवन

    सुन्दर भाव...
    सादर...

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  12. कुछ अल्फाजों की कमी सी है !

    उधार मिलें कुछ बीज तो...

    मैं भी बो दूं

    मन के सन्नाटे में !


    khoobsoorat se zazbaat.....

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  13. कुछ अल्फाजों की कमी सी है !

    उधार मिलें कुछ बीज तो...

    मैं भी बो दूं

    मन के सन्नाटे में !


    khoobsoorat se zazbaat....

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  14. bhut achchhi tarah se vyakt kiya hai aapne jenny ji...alphaz uge rahenge to samay pr avshya kaam aayenge...seekh deti hai yh rachna...badhai evam aabaar

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  15. छोटी सी रचना में आपने सब कह दिया........
    बहुत सुंदर पोस्ट ...
    नए पोस्ट में स्वागत है....

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