बनके प्रेम-घटा
(4 सेदोका)
(4 सेदोका)
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1.
मन की पीड़ा
मन की पीड़ा
बूँद-बूँद बरसी
बदरी से जा मिली
तुम न आए
साथ मेरे रो पड़ीं
काली घनी घटाएँ !
2.
तुम भी मानो
तुम भी मानो
मानती है दुनिया-
ज़िन्दगी है नसीब
ठोकरें मिलीं
गिर-गिर सँभली
ज़िन्दगी है अजीब !
3.
एक पहेली
एक पहेली
उलझनों से भरी
किससे पूछें हल ?
ज़िन्दगी है क्या
पूछ-पूछके हारे
ज़िन्दगी है मुश्किल !
4.
ओ प्रियतम !
ओ प्रियतम !
बनके प्रेम-घटा
जीवन पे छा जाओ
प्रेम की वर्षा
निरंतर बरसे
जीवन में आ जाओ !
- जेन्नी शबनम (जुलाई 13, 2012)
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प्रेम-घटा से तरबतर ये सेदोका भारतीय काव्य की ऊँचाई के दर्शन कराते हैं । डॉ महावीर सिंह जी ने कई साल पहले डॉ भगवत शरण अग्रवाल की प्रेरणा से कुछ सेदोका लिखे थे । उनको ऊँचाई देने वालों में डॉ सुधा गुप्ता डॉ भावना कुँअर, डॉ हरदीप सन्धु, डॉ ज्योत्स्ना शर्मा आदि प्रमुख रही है। जेन्नी जी के सेदोका बहुत भावपूर्ण हैं ।
जवाब देंहटाएंसेदोका बढ़िया लगी
जवाब देंहटाएंVIBHINN BHAAVON MEIN RACHEE - BASEE
जवाब देंहटाएंAAPKEE KAVITAAYEN DIL AUR DIMAAG PAR
CHHAA GAYEE HAIN .
बहुत सुंदर प्रस्तुति,,,,
जवाब देंहटाएंइस विधा की जानकारी के लिए आभार,,,,,,,
RECENT POST...: राजनीति,तेरे रूप अनेक,...
वाह सुंदर सार्थक अभिव्यक्ति ...
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें
बहूत सुंदर सभी बेहतरीन है...
जवाब देंहटाएंएक पहेली
जवाब देंहटाएंउलझनों से भरी
किससे पूछें हल ?
ज़िन्दगी है क्या
पूछ-पूछके हारे
ज़िन्दगी है मुश्किल !
ALL LINES ARE SUPERB.
WITH EMOTIONS AND FEELINGS.
प्रस्तुति अच्छी लगी। मेरे नए पोस्ट "अतीत से वर्तमान तक का सफर पर" आपका इंतजार रहेगा। धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया....
जवाब देंहटाएंएक नयी विधा से परिचय भी हुआ..
आभार.
अनु
kya baat hai di :)
जवाब देंहटाएंkavita ke har vidha pe raaj kar rahi ho aap:)
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंसभी शब्दचित्र बहुत सटीक हैं।
जवाब देंहटाएंkhoob achcha likhi hain......
जवाब देंहटाएंबेहतरीन.
जवाब देंहटाएंछोटे-छोटे प्रश्न और अपेक्षाए नन्हे कदमो से चलती हुई
मन की पीड़ा बूँद-बूँद बरसी बदरी से जा मिली...बहुत खुबसूरत ..
जवाब देंहटाएंएक पहेली
जवाब देंहटाएंउलझनों से भरी
किससे पूछें हल ?
ज़िन्दगी है क्या
पूछ-पूछके हारे
ज़िन्दगी है मुश्किल !
बहुत ही बढिया ।
Man ko chhu gayr bhaav..
जवाब देंहटाएं............
ये है- प्रसन्न यंत्र!
बीमार कर देते हैं खूबसूरत चेहरे...
सुन्दर लेखन ...बहुत अच्छा लिखा हैं आपने ...बारिश हो रही हैं तब पढना और वास्तविक लगता हैं ....
जवाब देंहटाएंख्याल बहुत सुन्दर है .
जवाब देंहटाएंवाह बहुत खूबसूरत अहसास हर लफ्ज़ में आपने भावों की बहुत गहरी अभिव्यक्ति देने का प्रयास किया है... बधाई आपको. सादर वन्दे
http://madan-saxena.blogspot.in/
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नई विधा से परिचय हुआ... सादर आभार...
जवाब देंहटाएंऔर खूबसूरत भाव भरी सेदोका के लिए सादर बधाई.