जन्म का खेल
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1.
हर जन्म में
तलाशती ही रही
ज़रा-सी नेह।
2.
प्रतीक्षारत
एक नए युग की
कई जन्मों से।
3.
परे ही रहा
समझ से हमारे
जन्म का खेल।
4.
जन्म के साथी
हो ही जाते पराए
जग की रीत।
5.
रोज़ जन्मता
पल-पल मरके
है वो इंसान।
6.
शाश्वत खेल
न चाहें पर खेलें
जन्म-मरण।
7.
जितना सच
है जन्म, मृत्यु भी है
उतना सच।
- जेन्नी शबनम (26. 4. 2013)
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