मन के नाते (राखी के हाइकु) (12 हाइकु)
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1.
बँधवाने राखी
चाँद तरसे।
2.
सूनी कलाई
बहना नहीं आई
भैया उदास।
3.
बाँधो मुझे भी
चन्दा मामा कहता
सुन्दर राखी।
4.
लाखों बहना
बाँध न पाए राखी
भैया विदेश।
5.
याद रखना-
बहन का आशीष
राखी कहती।
6.
राखी की लाज
रखना मेरे भैया
ढाल बनना।
7.
ये धागे कच्चे
जोड़ते रिश्ते पक्के
होते ये सच्चे।
8.
किसको बाँधे
हैं सारे नाते झूठे
राखी भी सोचे।
9.
नेह लुटाती
आजीवन बहना
होती पराई।
10.
करता याद
बस आज ही भैया
राखी जो आई।
11.
नहीं है आता
मनाने अब भैया
अब जो रूठी।
12.
है अनमोल
उऋण होऊँ कैसे
मन के नाते।
- जेन्नी शबनम (21. 8. 2013)
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