दुआ के बोल
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1.
फूले व फले
बगिया जीवन की
जन-जन की।
2.
दुआ के बोल
ब्रह्माण्ड में गूँजते
तभी लगते।
3.
प्रेम जो फले
अपनों के आशीष
फूल-से झरें।
4.
पाँव पखारे
सुख-शान्ति का जल
यही कामना।
5.
फूल के शूल
कहीं चुभ न जाए
जी घबराए।
- जेन्नी शबनम (13. 5. 2014)
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