मन की अभिव्यक्ति का सफ़र
वाह बहुत सुंदर शुभकामनाएं
ख्वाब तो कांच से भी नाज़ुक हैंटूटने से इन्हें बचाना है!!
बड़ी मासूम सी ज़िद
वाह...बहुत ख़ूबसूरत अभिव्यक्ति...
इस ज़िद की मासूमियत के क्या कहने....वाह !
:) kitni pyaari si kavita hai!
वाह
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
शुभकामनाएं
ख्वाब तो कांच से भी नाज़ुक हैं
जवाब देंहटाएंटूटने से इन्हें बचाना है!!
बड़ी मासूम सी ज़िद
जवाब देंहटाएंवाह...बहुत ख़ूबसूरत अभिव्यक्ति...
जवाब देंहटाएंइस ज़िद की मासूमियत के क्या कहने....वाह !
जवाब देंहटाएं:) kitni pyaari si kavita hai!
जवाब देंहटाएं