बातें
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रात के अँधेरे में ढेरों बातें करती हूँ
जानती हूँ मेरे साथ
तुम कहीं नहीं थे, तुम कभी नहीं थे
पर सोचती रहती हूँ- तुम सुन रहे हो
और मैं ख़ुद से बातें करती हूँ।
- जेन्नी शबनम (25. 12. 2018)
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