बापू हमारे
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1.
एक सिपाही
अंग्रेज़ो पर भारी,
मिला स्वराज।
2.
देश की शान
जन-जन के प्यारे
बापू हमारे।
3.
क़त्ल हो गया
अहिंसा का पुजारी,
अभागे हम।
4.
बापू का मान
हमारा अभिमान,
अब तो मानो।
5.
अस्सी थी उम्र,
अंग्रेज़ो को भगाया
निडर काया।
6.
मिली आज़ादी
साथ मिला संताप
शोक में बापू।
7.
माटी का पूत
माटी में मिल गया
दिला के जीत। (बापू)
8.
निहत्था लड़ा
अस्सी साल का बूढ़ा,
कभी न हारा। (बापू)
9.
अकेला बढ़ा
कारवाँ साथ चला
आख़िर जीता। (बापू)
10.
सादा जीवन
कड़ा अनुशासन
बापू की सीख।
- जेन्नी शबनम (2. 10. 2020)
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2 टिप्पणियां:
बहुत सुन्दर
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (04-10-2020) को "एहसास के गुँचे" (चर्चा अंक - 3844) पर भी होगी।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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