वसंत ऋतु
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1.
हवा बसंती उड़ाकर ले गई
सोच ठिठुरी।
2.
बसंती फूल
चहुँ ओर हैं खिले
ऋतु ने दिए।
3.
वसंत आया
ठंड से था सिकुड़ा
तिमिर भागा।
ठंड से था सिकुड़ा
तिमिर भागा।
4.
उजले पीले
बसंत ने बिखेरे
रंग अनोखे।
- जेन्नी शबनम (4. 2. 2014)
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12 टिप्पणियां:
बहुत सुन्दर वासंती हायकू.....
अनु
सुंदर रंग बसंत के ...!!
आपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल शुक्रवार (07.02.2014) को " सर्दी गयी वसंत आया (चर्चा -1515)" पर लिंक की गयी है,कृपया पधारे.वहाँ आपका स्वागत है,धन्यबाद।
वासंती रंग में डूबे हाइकू बहुत अच्छे बने हैं |
आशा
बहुत सुन्दर हाइकू !
New post जापानी शैली तांका में माँ सरस्वती की स्तुति !
सियासत “आप” की !
वसंत आया हायकू में भी !
सुंदर हाइकू, वासंती रंग में रंगे।
सुन्दर हायकू...!
वासंती रंग में रंगे बहुत सुन्दर हाइकू !
उजले पीले
बसंत ने बिखेरे
रंग अनोखे!
बसंत ऋतु का आगमन मन में स्फूर्ति का संचार करता है। इस हायकू की जितनी भी प्रशंसा की जाए थोड़ी है। मेरी नई कविता "समय की भी उम्र होती है", पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है।
bahut sunder......
अच्छे हाइकु
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