जाड़ा भागो
1.
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आँख मींचती
थर-थर काँपती
ठंडी हवाएँ।
2.
आलसी दिन
है झटपट भागा
जो जाड़ा दौड़ा।
3.
सूरज सोता
सर्द-सर्द मौसम
आग तापता।
4.
ज़रा-सी धूप
पिटारी में छुपा लो
सर्दी के लिए।
5.
स्वेटर-शाल
मन में इतराए
जाड़ा जो आए।
6.
हार ही गई
ठिठुरती हड्डियाँ
असह्य शीत।
7.
कुनमुनाता
गीत गुनगुनाता
सूरज जागा।
8.
मोती-सी बिछी
सारी रात बिखरी
जाड़े की ओस।
9.
सूर्य अकड़ू
कम्बल औ रजाई
देते दुहाई।
10.
दिन काँपता
रात है ठिठुरती
ऐ जाड़ा, भागो!
11.
रस्सी पे टँगा
घना काला कोहरा
दिन औ रात।
12.
सूर्य देवता
अब जाग भी जाओ
जाड़ा भगाओ।
13.
सूरज जागा
धूप खिलखिलाई
कोहरा भागा।
- जेन्नी शबनम (26. 12. 2012)
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