लम्हों का सफ़र
मन की अभिव्यक्ति का सफ़र
गुरुवार, 26 सितंबर 2019
628. गुम सवाल (क्षणिका)
गुम सवाल
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ज़िन्दगी जब भी सवालों में उलझी
मिल न पाया कोई माकूल जवाब
फिर ठठाकर हँस पड़ी
और गुम कर दिया सवालों को
जैसे वादियों में कोई पत्थर उछाल दे।
- जेन्नी शबनम (26. 9. 2019)
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