यादें
*******
यादें, बार-बार सामने आकर
अपूर्ण स्वप्न का अहसास कराती हैं
कभी-कभी मीठी-सी टीस दे जाती हैं
कचोटती तो हर हाल में है, चाहे सुख चाहे दुःख
शायद रुलाने के लिए यादें, ज़ेहन में जीवित रहती हैं।
- जेन्नी शबनम (10. 8. 2012)
____________________