शनिवार, 13 जुलाई 2013

411. सन्नाटे के नाम ख़त (10 हाइकु) पुस्तक 38, 39

सन्नाटे के नाम ख़त (10 हाइकु)

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1.
सन्नाटा भागा
चुप्पी ने मौन तोड़ा, 
जाने क्या बोला।  

2.
कोई न आया 
पसरा है सन्नाटा 
मन अकेला।  

3.
किसे फुर्सत?
चुप्पी की बात सुने
चुप्पी समझे।  

4.
चुप्पी भीतर 
सन्नाटा है बाहर
खेलता खेल।  

5.
दूर देश में  
समंदर पार से 
चुप्पी है आई।   

6.
ख़त है आया 
सन्नाटे के नाम से, 
चुप्पी ने भेजा।   

7.
बड़ा डराता 
ये गहरा सन्नाटा 
ज्यों दैत्य काला।  

8.
चुप्पी को ओढ़    
हँसते ही रहना,  
दुनियादारी।  

9.
खिंचे सन्नाटे 
करते ढेरों बातें 
चुप-चुप-से।  

10.
क्या हुआ गुम?
क्यों हुए गुमसुम?
मन है मौन।  

- जेन्नी शबनम (21. 6. 2013)
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