इश्क़
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1.
इश्क़ एक सपना
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इश्क़ एक सपना
टूटकर जुड़ता
बेचैन करवटों में
हर बार नया फिर से पलता
मगर रह जाता
सपना-सा सदा अधूरा।
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2.
इश्क़ एक तलवार
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इश्क़ एक तलवार
गर म्यान से बाहर
एक झटका
धड़ बदन से ग़ायब
इश्क़-तलवार
मन-म्यान के अन्दर।
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3.
इश्क़ जैसे आँधी
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इश्क़ जैसे एक आँधी
तूफ़ान की तरह आततायी
सब मटियामेट
ज़िन्दगी भी और दुनिया भी।
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4.
इश्क़ जैसे सूरज
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इश्क़ जैसे सूरज
जीवन देता और ताप भी
जिसके माप का पैमाना है
मगर पकड़ से बाहर
वो है तो जीवन है
वो नहीं तो दुनिया नहीं।
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5.
इश्क़ की दुनिया
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इश्क़ की दुनिया गज़ब की
मिलना-बिछड़ना पर साथ-साथ होना
न कोई वायदा न कोई इसरार
मन में बसा है प्यार
भले छूट जाए संसार।
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6.
फ़िज़ा में इश्क़
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जाने ज़िन्दगी किसके जैसी
न तेरे जैसी न मेरे जैसी
थोड़ी खट्टी थोड़ी मीठी
खट्टी-मीठी इमली जैसी
सोंधी-सोंधी-सी तेरी खुशबू
फ़िज़ा में इश्क़ ज़िन्दगी ऐसी।
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7.
इश्क़ इबादत
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दस्तूर-ए-मोहब्बत मालूम नहीं
इश्क़ ही बस एक इबादत
इतना ही मालूम है।
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8.
इश्क़ का एक लम्हा
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अल्लाह! एक दुआ क़ुबूल करो
क़यामत से पहले इतनी मोहलत दे
देना
दम टूटे उससे पहले
इश्क़ का एक लम्हा दे देना।
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9.
इश्क़ पर क़ुर्बान
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इश्क़ के आयत की पर्ची
यादों की ताबीज़ में बंदकर
सिरहाने के दराज़ में छुपा दी
अलामतें कोई न देखे,
यादों की पूरनमासी यादों की अमावस
यादों का चक्रव्यूह जीवन थक चला है
अब यादों की ताबीज़ टूट ही जाए
ज़िन्दगी इश्क़ पर कुर्बान हो जाए।
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10.
इश्क़ की लकीर
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ज़िन्दगी के माथे पर नसीब का टीका
ज़िन्दगी की हथेली पर इश्क़ की लकीर
फिर उम्र को परवाह क्या
पल भर मिले या सदियाँ रहे।
- जेन्नी शबनम (25. 5. 2021)
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