ओ मेरे बाबा
(पितृ-दिवस पर 5 हाइकु)
1.
ओ मेरे बाबा!
2.
3.
4.
5.
(पितृ-दिवस पर 5 हाइकु)
*******
1.
तुम हो गए स्वप्न
छोड़ जो गए।
2.
बेटी का बाबा
गर साथ न छूटे
देता हौसला।
3.
तोतली बोली
जो बिटिया ने बोली
निहाल बाबा।
4.
बाबा तो गए
अब किससे रूठूँ
कौन मनाए?
5.
सिर पे छाँव
कोई भी हो मौसम
बाबा आकाश।
- जेन्नी शबनम (17. 6. 2012)
(पितृ दिवस पर हाइकु)
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14 टिप्पणियां:
BADEE HEE MARMIK KAVITA . AAPKEE
KAVITA PADH KAR MEREE AANKHEN BHEEG
GAYEE HAIN .
BAHUT HEE MARMIK KAVITA .AAPKEE
KAVITA PADH KAR MEREE AANKHEN BHEEG
GAYEE HAIN
सिर पे छाँव
कोई भी हो मौसम
बाबा आकाश |
हृदयस्पर्शी हाइकु.....
मर्मस्पर्शी हाइकु ... सुंदर प्रस्तुति
बाबा को समर्पित बहुत अच्छे हाइकु...
सादर
बहुत सुन्दर प्रस्तुति..! सुप्रभात...!
आपका दिन मंगलमय हो....!
दिल से रची दिल तक पहुँचती सुन्दर हाईकू रचनाएं....
आदर्श ग्रन्थ
बिखरती रोशनी
साथ पिता हैं.
सादर.
सिर पे छाँव
कोई भी हो मौसम
बाबा आकाश ... एक सुरक्षा स्तम्भ
सिर पे छाँव
कोई भी हो मौसम
बाबा आकाश |...बहुत सुन्दर..भावपूर्ण..रचना
बहुत प्यारे हायेकु....
थोड़े से शब्दों में ढेर सी भावनाएं....
अनु
बाबा तो गए
अब किससे रूठूँ
कौन मनाए? ...
मन की व्यथा कों इन कम शब्दों में लिखा है ... दिल कों छूते हुवे सभी हाइकू ...
baba ki yaad
khushiyan
aur prem ka ahsaas!
बहुत ही हृदयस्पर्शी और मार्मिक प्रस्तुति.
आपके बाबा जी को सादर नमन.
बहुत सुंदर जेन्नी जी अछे अहसासात लिए हुए .....दाद ।
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