मन के नाते (राखी के हाइकु) (12 हाइकु)
*******
1.
बँधवाने राखी
चाँद तरसे !
2.
सूनी कलाई
बहना नहीं आई
भैया उदास !
3.
बाँधो मुझे भी
चन्दा मामा कहता
सुन्दर राखी !
4.
लाखों बहना
बाँध न पाए राखी
भैया विदेश !
5.
याद रखना -
बहन का आशीष
राखी कहती !
6.
राखी की लाज
रखना मेरे भैया
ढाल बनना !
7.
ये धागे कच्चे
जोड़ते रिश्ते पक्के
होते ये सच्चे !
8.
किसको बाँधे
हैं सारे नाते झूठे
राखी भी सोचे !
9.
नेह लुटाती
आजीवन बहना
होती पराई !
10.
करता याद
बस आज ही भैया
राखी जो आई !
11.
नहीं है आता
मनाने अब भैया
अब जो रूठी !
12.
है अनमोल
उऋण होऊँ कैसे
मन के नाते !
- जेन्नी शबनम (21. 8. 2013)
_______________________________