पुकार...
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हाँ, मुझे मालूम है
मुझे पुकारोगे
पर मैं नहीं आऊँगी
चाह कर भी न आ पाऊँगी
इसलिए जब तक हूँ
करीब रहो
ताकि उस पुकार में
ताकि उस पुकार में
ग्लानि न हो
महज़ दूरी का गम हो !
- जेन्नी शबनम (4. 11. 2016)
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