गौरैया  
(गौरैया पर 15 हाइकु)
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1.  
ओ री गौरैया,  
तुम फिर से आना  
मेरे अँगना।  
2.  
मेरी गौरैया  
चीं चीं-चीं चीं बोल री,  
मन है सूना।  
3.  
घर है सूना,  
मेरी गौरैया रानी  
तू आ जा ना रे।  
4.  
लुप्त अँगना  
सूखे ताल-पोखर  
रूठी गौरैया।  
5.  
कंक्रीट बाधा  
कहाँ जाए गौरैया  
घोंसला टूटा।  
6.  
प्यासी गौरैया  
प्यासे ताल-तलैया  
कंक्रीट-वन।  
7.  
बिछुड़े साथी  
हमारी ये गौरैया  
घर को लौटी।  
8.  
झुंड के झुंड  
सोनकंठी गौरैया  
वन को उड़ी।  
9.  
रात व भोर  
चिरई करे शोर  
हो गई फुर्र।  
10.  
भोज है सजा  
पथार है पसरा  
गौरैया ख़ुश।  
11.  
दाना चुगती  
गौरैया फुदकती  
चिड़े को देती।  
12.  
गौरैया बोली-  
पानी दो, घोंसला दो  
हमें जीने दो।  
13.  
गौरैया रानी  
आज है इतराती  
संग है साथी।  
14.  
छूटा है देस  
चली है परदेस  
गौरैया बेटी।  
15.  
फुर्र-सी उड़ी  
चहकती गौरैया  
घर वीराना।  
(पथार- सुखाने के लिए फैलाया गया अनाज)   
-जेन्नी शबनम (20.3.2020)  
(विश्व गौरैया दिवस पर)
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