बुधवार, 20 दिसंबर 2023

769. मन गुल्लक (5 हाइकु)

मन गुल्लक (5 हाइकु)

1.
मन गुल्लक
ख़ुशियों का ख़ज़ाना
ख़त्म न होता।

2.
मन है बना
ख़ुशियों का गुल्लक
कोई न लूटे।

3.
भर के रखो
ख़ुशियों का गुल्लक
भले ही टूटे।

4.
भरा गुल्लक
ख़ुशियों का रुपया
मेरा ख़ज़ाना।

5.
मेरा गुल्लक
ख़ुशियों से है भरा
कभी न टूटा।

- जेन्नी शबनम (19.12.2023)
_____________________