धूप (15 हाइकु)
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1.
सूर्य जो जला
किसके आगे रोए
खुद ही आग !
2.
घूमता रहा
सारा दिन सूरज
शाम को थका !
3.
भुट्टे-सी पकी
सूरज की आग पर
फसलें सभी !
4.
जा भाग जा तू !
जला देगी तुझको
शहर की लू !
5.
झुलसा तन
झुलस गई धरा
जो सूर्य जला !
6.
जल-प्रपात
सूर्य की भेंट चढ़े
सूर्य शिकारी !
७.
धूप खींचता
आसमान से दौड़ा,
सूरज घोड़ा !
8.
ठण्डे हो जाओ
हाहाकार है मचा
सूर्य देवता !
9.
असह्य ताप
धरती कर जोड़े
'मेघ बरसो !'
10.
माना सबने -
सर्वशक्तिमान हो
शोलों को रोको !
11.
खुद भी जला
धरा को भी जलाया
प्रचण्ड सूर्य !
12.
हे सूर्य देव !
कर दो हमें माफ़
गुस्सा न करो !
13.
आग उगली
बादल जल गया
सूरज दैत्य !
14.
झुलस गया
अपने ही ताप से
सूर्य बेचारा !
15.
धूप के ओले
टप-टप टपके
सूरज फेंके !
- जेन्नी शबनम (1. 6. 2013)
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