गुमसुम ये हवा
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1.
गाती है गीत
गुमसुम ये हवा
नारी की व्यथा।
2.
रोज़ सोचती
बदलेगी क़िस्मत
हारी औरत।
3.
ख़ूब हँसती
ख़ुद को ही कोसती
दर्द ढाँपती।
4.
रोज़-ब-रोज़
ख़ाक होती ज़िन्दगी
औरत बंदी।
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1.
गाती है गीत
गुमसुम ये हवा
नारी की व्यथा।
2.
रोज़ सोचती
बदलेगी क़िस्मत
हारी औरत।
3.
ख़ूब हँसती
ख़ुद को ही कोसती
दर्द ढाँपती।
4.
रोज़-ब-रोज़
ख़ाक होती ज़िन्दगी
औरत बंदी।
5.
जीतनी होगी
युगों पुरानी जंग
औरतें जागी।
6.
बहुत दूर
आसमान ख़्वाबों का
स्त्रियों का सच।
7. जीत न पाई
ज़िन्दगी की लड़ाई
मौन स्वीकार।
- जेन्नी शबनम (8. 3. 2014)
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