रविवार, 1 मार्च 2015

487. वासन्ती प्यार (वसंत ऋतु पर 5 हाइकु) पुस्तक 69

वासन्ती प्यार  

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1.  
वासन्ती प्यार    
नस-नस में घुली,   
हँसी, बहार।   

2.
वासन्ती धुन  
आसमान में गूँजे  
मनवा झूमे।   

3.
प्रणय पुष्प
चहुँ ओर है खिला  
रीझती फ़िज़ा।  

4.
मन में ज्वाला 
मरहम लगाती    
वसन्ती हवा।   

5.
बसन्ती रंग 
छितराई सुगंध  
फूलों के संग।   

- जेन्नी शबनम (14. 2. 2015)
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4 टिप्‍पणियां:

Anupama Tripathi ने कहा…

मन प्रसन्न कराते भाव !!
बहुत सुंदर हाइकु !!

Anupama Tripathi ने कहा…

मन प्रसन्न कराते भाव !!
बहुत सुंदर हाइकु !!

मनोज कुमार ने कहा…

अद्भुत!

दिगम्बर नासवा ने कहा…

बसंत के रंगों में लादे लाजवाब हाइकू ...