मंगलवार, 24 फ़रवरी 2009

20. अच्छा हुआ तुम न आए

अच्छा हुआ तुम न आए

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अच्छा हुआ जो तुम न आए
आदत थी तुम्हारी हमें
सदा पास रहने की
साथ जीने की

तुम्हारा न आना
अच्छा तो न लगा
पर अच्छा हुआ, जो तुम न आए
आदत थी तुम्हारी हमें

तुम्हें दूर जाना था, हमें जीना था
तुम बताओ, बिना दर्द कोई जीता है क्या?
अच्छा हुआ जो तुम न आए
आदत थी तुम्हारी हमें

कितने जन्मों का साथ है?
कब तक मेरे साथ होते तुम?
अच्छा हुआ जो तुम न आए
आदत थी तुम्हारी हमें

इस जीवन से मुक्ति पाना है
गर तुम आते, तो फिर एक बहाना जीने का
अच्छा हुआ जो तुम न आए
आदत थी तुम्हारी हमें

तुम वापस न आओ
जाओ कभी न आओ
जीने दो हमें अपने संग
बिना तुम्हारी आदत!

- जेन्नी शबनम (22. 2. 2009)
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