माथे पे बिंदी
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माथे की बिंदी
आसमान में चाँद
सलोना रूप।
2.
लाल बिंदिया
ज्यों उगता सूरज
चेहरा खिला।
3.
ऋषि कहते
कपाल पर बिंदी
सौभाग्य-चिह्न।
4.
झिलमिलाती
भोर की लाली-जैसी
माथे की बिंदी।
5.
मुख चमके
दिप-दिप दमके
लाल बिंदी से।
6.
सिन्दूरी बिंदी
सूरज-सी चमके
गोरी चहके।
7.
माथे पे बिंदी
सुहाग की निशानी
हमारी रीत।
8.
अखण्ड भाग्य
सौभाग्य का प्रतीक
छोटी-सी बिंदी।
9.
माथे पे सोहे
आसमाँ पे चन्दा ज्यों
मुस्काती बिंदी।
10.
त्रिनेत्र जहाँ
शिव के माथे पर
वहीं पे बिंदी।
11.
महत्वपूर्ण
ज्यों है भाषा में बिंदी
त्यों स्त्री की बिंदी।
- जेन्नी शबनम (10. 10. 2012)
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11 टिप्पणियां:
बिंदी की महिमा!
वाह!
कवि बिहारी ने ठीक ही कहा है -
'कहत सबै बेंदी दिए अंक दस गुनो होत ।
तिय लिलार बेंदी दिए अगनित होत उदोत ।'
कवि बिहारी ने ठीक ही कहा है -
'कहत सबै बेंदी दिए अंक दस गुनो होत ।
तिय लिलार बेंदी दिए अगनित होत उदोत ।'
शुभ प्रभात
प्यारी-प्यारी लाईने
कहलाती है हाईकू
पता नहीं काईकू
....
काफी दिनों के बाद दर्शन हुए आपके
अच्छा लगा
सादर
महत्वपूर्ण
ज्यों है भाषा में बिंदी
त्यों स्त्री की बिंदी !
वाह जेनी जी ! बिंदी पर बहुत खुबसूरत हाइकु
latest os मैं हूँ भारतवासी।
latest post नेता उवाच !!!
बहुत सुंदर हाइकू,,
RECENT POST: आज़ादी की वर्षगांठ.
बिन्दी पर बहुत सुन्दर हायकू..
सुन्दर सृजन....
:-)
khubsurat bindiyan.....behtreen....
एक से ग्यारह बेहतरीन हाइकु जिंदगी से जुड़े सौभाग्य की कहानी कहते
माथे की बिन्दी पर इतनी सारी मधुरिम कल्पनाएँ ! बहुत खूब ! यह हाइकु तो बहुत गहरे भाव लिये है-1.
माथे की बिंदी
आसमान में चाँद
सलोना रूप !
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