रात (11 हाइकु)
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1.
चाँद न आया
रात की बेकरारी
बहुत भारी !
2.
रात शर्माई
चाँद का आलिंगन
पूरनमासी !
3.
रोज़ जागती
तन्हा रात अकेली
दुनिया सोती !
4.
चन्दा के संग
रोज़ रात जागती
सब हैं सोए !
5.
जाने किधर
भटकती रही नींद
रात गहरी !
6.
चाँद जो सोया
करवट ले कर
रात है रूठी !
7.
चाँद को जब
रात निगल गई
चाँदनी रोई !
8.
हिस्से की नींद
सदियों बाद मिली
रात है सोई !
9.
रात जागती
सोई दुनिया सारी
मन है भारी !
10.
अँधेरी रात
है चाँद सितारो की
बैठक आज !
11.
काला-सा टीका
रात के माथे पर
कृष्ण पक्ष में !
- जेन्नी शबनम (2. 4. 2013)
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