अर्थ ढूँढ़ता
(10 हाइकु)
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1.
मन सोचता -
जीवन है क्या ?
अर्थ ढूँढता।
2.
बसंत आया
रिश्तों में रंग भरा
मिठास लाया।
3.
याद-चाशनी
सुख की है मिठाई
मन को भायी।
4.
फिक्र व चिन्ता
बना गए दुश्मन,
रोगी है काया।
5.
वक्त की धूप
शोला बन बरसी
झुलसा मन।
6.
सुख व दुख
यादों का झुरमुट
अटका मन।
7.
खामोश बही
गुमनाम हवाएँ
ज्यों मेरा मन।
8.
मैं सूर्यमुखी
तुम्हें ही निहारती
तुम सूरज।
9.
मेरी वेदना
सर टिकाए पड़ी
मौन की छाती।
10.
छटपटाती
साँस लेने को
बीमार हवा।
- जेन्नी शबनम (23. 11. 2018)
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