ख़ाली हाथ जाना है
*******
ख़ाली हाथ हम आए थे
ख़ाली हाथ ही जाना है !
तन्हा-तन्हा रातें गुज़री
तन्हा दिन भी बिताना है !
समझ-समझ के समझे क्यों
समझ से दिल कब माना है !
कतरा-कतरा जीवन छूटा
कतरा-कतरा सब पाना है !
बूँद-बूँद बिखरा लहू
बूँद-बूँद मिट आना है
!
झम-झम बरसी आँखें उसकी
झम-झम जल ये चखाना है !
'शब' को याद मत करो तुम
उसका गया जमाना है !
- जेन्नी शबनम (16. 6. 2020)
_________________________