जन्म का खेल (7 हाइकु)
*******
1.
हर जन्म में
तलाशती ही रही
ज़रा-सी नेह !
2.
प्रतीक्षारत
एक नए युग की
कई जन्मों से !
3.
परे ही रहा
समझ से हमारे
जन्म का खेल !
4.
जन्म के साथी
हो ही जाते पराए
जग की रीत !
5.
रोज़ जन्मता
पल-पल मर के
है वो इंसान !
6.
शाश्वत खेल
न चाहें पर खेलें
जन्म-मरण !
7.
जितना सच
है जन्म, मृत्यु भी है
उतना सच !
- जेन्नी शबनम (26. 4. 2013)
_____________________________