जय भारत
*******
1.
तिरंगा झूमा
देख जश्ने-आज़ादी,
जय भारत!
2.
मुट्ठी में झंडा
पाई-पाई माँगता
देश का लाल।
3.
भारत माता
सरेआम लुटती,
देश आज़ाद।
4.
जिन्हें सौंपके
मर मिटे थे बापू,
देश लूटते।
5.
महज़ नारा
हम सब आज़ाद,
सोच ग़ुलाम।
6.
रंग भी बँटा
हरा व केसरिया
देश के साथ।
7.
मिटा न सका
प्राचीर का तिरंगा
मन का द्वेष।
8.
सबकी चाह-
अखंड हो भारत,
देकर प्राण।
9.
लगाओ नारे
आज़ाद है वतन
अब न हारे।
10.
कैसे मनाए
आज़ादी का त्यौहार,
भूखे लाचार।
- जेन्नी शबनम (14. 8. 2016)
____________________
4 टिप्पणियां:
Laajawaab
Laajawaab
Bahut achhi sonch ar rachna...vartman halaat par...jenny...bahai
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (17-08-2016) को "क्या सच में गाँव बदल रहे हैं?" (चर्चा अंक-2437) पर भी होगी।
--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
एक टिप्पणी भेजें