शुक्रवार, 6 मार्च 2015

489. इन्द्रधनुषी रंग (होली पर 10 हाइकु) पुस्तक 69,70

इन्द्रधनुषी रंग

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1.
तन पे चढ़ा
इन्द्रधनुषी रंग
फगुआ मन।    

2.
नाचे बहार
इठलाती है मस्ती
रंग हज़ार।  

3.
गिले-शिकवे  
कपूर से हैं उड़े   
होली मिलन। 

4.
रंग में भीगी
पर नहीं रंगीली  
बेरंग होली।  

5.
खेलूँगी होली
तेरी यादों के साथ
तू नहीं पास।  

6.
होली लजाई
वसंत ने जो छेड़े
फगुआ-तान।  

7.
कच्ची अमिया
फगुआ में नहाई
मुरब्बा बनी। 

8.
है हुड़दंग
हवा ने छानी भंग  
झूमे मलंग।   

9.
आम्र-मंजरी 
डाल पे हैं झूलती 
गाए फगुआ।   

10.
काहे न टिके
रंगों का ये मौसम
बारहों मास।  

- जेन्नी शबनम (5. 3. 2015)
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6 टिप्‍पणियां:

PRAN SHARMA ने कहा…

Aapke haakuon ne indradhanushi rang badee khubsurtee se bikhere hain .

मो. कमरूद्दीन शेख ( QAMAR JAUNPURI ) ने कहा…

Bahut Sundar...

Onkar ने कहा…

बहुत सुन्दर हाइकु

बेनामी ने कहा…

"खेलूँगी होली
तेरी यादों के साथ"

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

हो ली की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (08-03-2015) को "होली हो ली" { चर्चा अंक-1911 } पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

दिगम्बर नासवा ने कहा…

फाग के रंगों में रंगे लाजवान हाइकू हैं सभी ...
होली की शुभकामनायें ...