रंगीली दिवाली
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1.
छबीला दीया
ये रंगीली दीवाली
बिखेरे छटा।
2.
साँझ के दीप
अँधेरे से लड़ते
वीर सिपाही।
3.
दीये नाचते
ये गुलाबी मौसम
ख़ूब सुहाते।
4.
झूमती धरा
अमावस की रात
ख़ूब सुहाती।
5.
दीप-शिखाएँ
जगमग चमके
दीप मालाएँ।
6.
धूम धड़ाका
बेज़बान है डरा
चीखे पटाखा।
7.
ज्योति फैलाता
नन्हा बना सूरज
दिवाली रात।
8.
धरा ने ओढ़ी
जुगनुओं की चुन्नी
रात है खिली।
9.
सत्य की जीत
दीवाली देती सीख
समझो जरा।
10.
पेट है भूखा
ग़रीब की कुटिया,
कैसी दिवाली?
- जेन्ना शबनम (7. 11. 2018)
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3 टिप्पणियां:
ब्लॉग बुलेटिन टीम की और मेरी ओर से आप सब को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं|
ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 07/11/2018 की बुलेटिन, " एक अनुरोध सहित दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं - ब्लॉग बुलेटिन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (09-11-2018) को "भाई दूज का तिलक" (चर्चा अंक-3150) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
पञ्चपर्वों की श्रंखला में
भइया दूज की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
दीपावली के उपलक्ष्य में लाजवाब हाइकू हैं ...
कमल का लिखा है ... बहुत शुभकामनायें आपको ...
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