दस्तावेज़
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ज़िन्दगी एहसासों का दस्तावेज़ है
पल-पल हर्फ़ में पिरो दिया
शायद कभी कोई पढ़े मुझे भी।
- जेन्नी शबनम (26. 1. 2011)
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ज़िन्दगी एहसासों का दस्तावेज़ है
पल-पल हर्फ़ में पिरो दिया
शायद कभी कोई पढ़े मुझे भी।
- जेन्नी शबनम (26. 1. 2011)
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9 टिप्पणियां:
सटीक ..
Sundar panktiyan!
Gantantr diwas kee mabarak baad qubool karen!
सही कहा, ज़िन्दगी अहसासों का दस्तावेज़ है।
zara si...pyari si....
शानदार!
ला-जवाब" जबर्दस्त!!
लाज़वाब !
chhoti si aashaa....!!
sundar...ati sundar !!
आपने सच कहा है -ज़िन्दगी यादों का ऐसा दस्तावेज़ है , जिससे हम मुकर नहीं सकते । गागर में सागर भर दिया आपने ।
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