बुधवार, 18 जनवरी 2012

315. नूतन वर्ष (नव वर्ष पर 5 हाइकु) पुस्तक - 21

नूतन वर्ष
(नव वर्ष पर 5 हाइकु)

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1.
नूतन वर्ष
चहुँ ओर पसरा
अपार हर्ष।

2.
फिर से आया
नया साल सुहाना
जश्न मनाओ।

3.
धूम धड़ाका
आया है नया साल
मन चहका।

4.
बीता है वर्ष
जीवन सुखकर
यादें देकर।

5.
नए साल का
करो मिलके सब
शुभ स्वागत।

- जेन्नी शबनम (28. 12. 2011)
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14 टिप्‍पणियां:

Nirantar ने कहा…

achhee abhivyakti par
swaagat to karein shabnamji par .....
नए साल का शोर
मच रहा है
हर व्यक्ति खुश हो रहा है
आस लगाए बैठा हैं
चमत्कार हो जाएगा
सब कुछ बदल जाएगा
इस प्रयास में लगा है
सब बदल जाएँ
पर खुद को
नहीं बदलना पड़े
मैं हैरान हूँ
समझ नहीं आ रहा
सब कैसे बदल जाएगा ?
कैसे समझाऊँ उन्हें ?
फितरत और सोच
बदले बिना
स्वार्थ को छोड़े बिना
कुछ नहीं बदला कभी
अब कैसे बदल जाएगा ?
नए साल में खुद को
बदलो
समय के साथ
सब बदल जाएगा
03-01-2012
09-09-01-12

vidya ने कहा…

नये साल की
ये नयी सी रचना
बड़ी भली है

:-)

शुभकामनाएँ ....

सदा ने कहा…

वाह ...बहुत खूब ।

रश्मि प्रभा... ने कहा…

स्वागत है...

kshama ने कहा…

Naye saal kee aapko phir ek baar mubarakbaad detee hun!

Rajput ने कहा…

नूतन वर्ष मंगलमय हो.

Jeevan Pushp ने कहा…

बहुत सुन्दर !
थोड़ी देर कर दी...!
आभार !

नीरज गोस्वामी ने कहा…

NAV VARSH KI SHUBH KAAMNAYEN

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बहुत अच्छी प्रस्तुति!

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

बहुत सुंदर रचना ,कम शब्दों में बेहतरीन प्रस्तुति,......
welcome to new post...वाह रे मंहगाई

Pallavi saxena ने कहा…

स्वागतम :)

Naveen Mani Tripathi ने कहा…

bahut sundar prastuti ...badhai

Rakesh Kumar ने कहा…

नवीन उल्लास पूर्ण भावनाओं
का उदय ही नूतन वर्ष का
अनुभव कराता है.यदि ऐसा
हर दिन हर क्षण हो तो क्या
बात है.

बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ.

मेरे ब्लॉग पर आईयेगा,जेन्नी जी.
नवीन पोस्ट आज ही जारी की है.

संजय भास्‍कर ने कहा…

नव वर्ष पर सार्थक रचना
आप को भी सपरिवार नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !

शुभकामनओं के साथ
संजय भास्कर