ऐसा वास्ता रखना
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हमारे दरम्यान इतना फ़ासला रखना
बसर हो सकें रिश्ते ऐसा वास्ता रखना।
लरजते आँसुओं के शबनमी बयाँ
दोस्तों की महफ़िल से बचा रखना।
काँटों से बचाके दामन हम आएँगे
वस्ल की शाम अधूरी बहला रखना।
कारवाँ थम जाए जो तूफ़ान से कहीं
ख़यालों की एक बस्ती सजा रखना।
बेमुरव्वत दुनिया की फ़िक्र कौन करे
मेरे वास्ते ज़िन्दगी का आसरा रखना।
सवाल पूछ ग़ैरों के सामने शर्मिंदा न करना
मेरे ज़ीस्त की नादानियों को छिपा रखना।
'शब' को मिल जाए अँधेरों से निज़ात
दिल में एक चराग तुम जला रखना।
- जेन्नी शबनम (3.3. 2012)
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22 टिप्पणियां:
मेरी उर्दू कमजोर है.
पर जो भी समझा वह बहुत भावपूर्ण
और शानदार लगा.
'जीस्त की नादानियाँ ..माने?
बेहद खूबसूरत...हरेक शेर लाजवाब!!
"शब' को मिल जाए अंधेरों से निज़ात
दिल में एक चराग तुम जला रखना !"
वाह जेनी जी! बेहतरीन !
"'शब' को मिल जाए अंधेरों से निज़ात
दिल में एक चराग तुम जला रखना !"
वाह जेनी जी ! जवाब नहीं
बहुत अच्छी प्रस्तुति!
--
होलीकोत्सव की शुभकामनाएँ।
बहुत अच्छी प्रस्तुति!
--
होलीकोत्सव की शुभकामनाएँ।
bahut umda ghazal jenni ji.
बेमुरव्वत दुनिया की फ़िक्र कौन करे
मेरे वास्ते ज़िन्दगी का आसरा रखना !
सवाल पूछ ग़ैरों के सामने शर्मिंदा न करना
मेरे जीस्त की नादानियों को छिपा रखना !
khoobsoorat gazal....
बहुत बढ़िया भाव अभिव्यक्ति,बेहतरन गजल..
NEW POST...फिर से आई होली...
उम्दा प्रस्तुति !
मेरे जीस्त की नादानियों को छिपा रखना !bahut achchi lagi......
'शब' को मिल जाए अंधेरों से निज़ात
दिल में एक चराग तुम जला रखना ...
बहुत खूब .. आमीन ... ये चिराग हर किसी की शब् में यूं ही जलता रहे ...
बहुत खूबसूरत गजल ...
'शब' को मिल जाए अंधेरों से निज़ात
दिल में एक चराग तुम जला रखना !
MAASHA ALLAH
हमारे दरम्यान इतना फ़ासला रखना
बसर हो सकें रिश्ते ऐसा वास्ता रखना
SUPERB LINES FROM BOTTOM OF THE HEART
THANKS .
हमारे दरम्यान इतना फ़ासला रखना
बसर हो सकें रिश्ते ऐसा वास्ता रखना
SUPERB LINES FROM BOTTOM OF THE HEART
THANKS .
खूबसूरत गज़ल.....
हर शेर प्यारा...
बेमुरव्वत दुनिया की फ़िक्र कौन करे
मेरे वास्ते ज़िन्दगी का आसरा रखना !
बहुत ही शानदार .....
"यादो की कीमत वो क्या समझे
जो यादो को मिटा दिया करते हैं
यादों की कीमत उनसे पूछो ----
जो यादों के सहारे जिन्दगी बिता दिया करते हैं !"
बहुत अच्छी रचना. सभी शेर बढ़िया लगे.
ऐसा वास्ता रखना -बहुत मर्मस्पर्शी रचना है । ये दो पंक्तियां बहुत गहराई लिये हुए हैं-
लरजते आँसुओं के शबनमी बयाँ
दोस्तों की महफ़िल से बचा रखना !
आपके काव्य में उत्तरोत्तर यह निखार कविता को नए आयाम देने में सक्षम है.
ऐसा वास्ता रखना -बहुत मर्मस्पर्शी रचना है । ये दो पंक्तियां बहुत गहराई लिये हुए हैं-
लरजते आँसुओं के शबनमी बयाँ
दोस्तों की महफ़िल से बचा रखना !
आपके काव्य में उत्तरोत्तर यह निखार कविता को नए आयाम देने में सक्षम है.
कारवां थम जाए जो तूफ़ान से कहीं
ख्यालों की एक बस्ती सजा रखना !
...
शब' को मिल जाए अंधेरों से निज़ात
दिल में एक चराग तुम जला रखना !
बहुत ही अच्छी ग़ज़ल..
सादर
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