वृद्ध जीवन
***
1.
उम्र की साँझ
बेहद डरावनी
टूटती आस।
2.
अटकी साँस
बुढ़ापे की थकान
मन बेहाल।
3.
वृद्ध की कथा
कोई न सुने व्यथा
घर है भरा।
4.
दवा की भीड़
वृद्ध मन अकेला
टूटता नीड़।
5.
अकेलापन
सबसे बड़ी पीर
वृद्ध जीवन।
6.
उम्र जो हारी
एक पेट है भारी
सब अपने।
7.
धन के नाते
मन से हैं बेगाने
वृद्ध बेचारे।
8.
वृद्ध से नाता
अपनों ने था छोड़ा
धन ने जोड़ा।
9.
बदले कौन
मख़मली चादर
बुढ़ापा मौन।
10.
बहता नीर
यही जीवन रीत
बुढ़ापा भारी।
11.
उम्र का चूल्हा
आजीवन सुलगा
अब बुझता।
12.
किससे कहें?
जीवन-साथी छूटा
ढेरों शिकवा।
13.
बुढ़ापा खोट
अपने भी भागते
कोई न ओट।
14.
वृद्ध की आस
शायद कोई आए
टूटती साँस।
15.
ग़म का साया
बुज़ुर्ग का अपना
यही है सच।
16.
जीवन खिले
बुज़ुर्गों के आशीष
ख़ूब जो मिले।
17.
टूटा सपना
कौन सुने दुखड़ा
वृद्ध अकेला।
18.
वक़्त ने कहा-
याद करो जवानी
भूलें अपनी।
19.
वक़्त है लौटा
बुज़ुर्ग का सपना
सब हैं साथ।
20.
वृद्ध की लाठी
बस गया विदेश
भूला वो माटी।
- जेन्नी शबनम (24. 12. 2018)
_________________________
6 टिप्पणियां:
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल सोमवार (31-12-2018) को "जाने वाला साल" (चर्चा अंक-3202) पर भी होगी।
--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक
सभी हायकू बहुत अच्छे हैं, दी।
कमाल के हाइकू
प्रशंसनीय प्रस्तुति...नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !
बहुत बढ़िया हाइकु
दिल को छूते बहुत सुन्दर और सटीक हाइकु...
एक टिप्पणी भेजें